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रफ्तार के सौदागर ने क्रिकेट को अलविदा कहा

१७ मार्च २०११

दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने क्रिकेट की दुनिया को अलविदा कह दिया है. शोएब वर्ल्ड कप के बाद क्रिकेट नहीं खेलेंगे. संन्यास का एलान करते वक्त भावुक हुए शोएब. कहा, किसी से कोई शिकवा नहीं है.

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तस्वीर: AP

कोलंबो में संन्यास का एलान करते हुए 35 साल के शोएब ने कहा, ''मानसिक रूप से मैंने हमेशा खेलते रहने की सोची लेकिन अब वक्त आ गया है कि नौजवानों के लिए रास्ता छोड़ा जाए. मुझे कोई शिकवा नहीं है. मेरे बहुत सारे दोस्त बने लेकिन कई लोगों ने मुझे गलत भी समझा. मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद कहता हूं जो मेरे साथ और मेरे खिलाफ खेले.''

Flash-Galerie Cricket Spieler Shoaib Akhtar
तस्वीर: APImages

संन्यास के बारे में बोलते हुए रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शोएब जज्बाती भी हुए. पुराने दिनों को याद करते हुए बोले, ''मैं कभी नहीं सोचा था कि मैं कभी पाकिस्तान के लिए खेलूंगा. वह मेरी जिंदगी का सबसे हसीन दिन था. वसीम अकरम और वकार यूनुस के साथ खेलना मेरे लिए सम्मान की बात है.''

विवादों के बीच दुनिया के प्रतिभाशाली गेंदबाजों में गिने जाने वाले शोएब ने 1997 में क्रिकेट करियर शुरू किया. लंबा रन अप, लहराते बाल और तूफानी रफ्तार. उनकी इन अदाओं ने लाखों लोगों को उनका दीवाना बना दिया. उनकी तूफानी गेंदबाजी ने हमेशा विपक्षी टीम के पुछल्ले बल्लेबाजों को तारे दिखाए. विकेट लेकर हाथों को बाज के पंखों की तरह फैलाते हुए दौड़ना उनकी अदा बन गई. क्रिकेट में बल्लेबाजों का क्लीन बोल्ड होना कम दिखता है, लेकिन शोएब विकेट उखाड़कर ऐसा करते रहे.

शोएब ने163 वनडे मैचों में 247 विकेट लिए हैं. ब्रेट ली और उनके बीच रफ्तार की जंग छिड़ती रही लेकिन 2003 वर्ल्ड कप में शोएब ने इस बहस को खत्म कर दिया. 2003 में उन्होंने 100 मील प्रतिघंटा से ज्यादा की रफ्तार से गेंद फेंकी और सबसे तेज गेंदबाज का तमगा हासिल किया. लेकिन विवादों और फिटनेस के चलते वह मैदान से अंदर बाहर होते रहे.

विवादों के शोएब

लेकिन सितारे जैसे चकमने वाले इस खिलाड़ी को विवादों ने टूटा तारा सा बना दिया, जो न जाने कहां गिरा. 2006 में मोहम्मद आसिफ के साथ शोएब डोपिंग टेस्ट में फंसे और साल भर का बैन झेला. अगले ही साल 2007 में वर्ल्ड कप से ठीक दो दिन पहले उन्होंने आसिफ को बैट मारा और टीम से बाहर हो गए.

बैन अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि 2008 में शोएब ने खुलकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की आलोचना कर दी. शोएब की आलोचना से तिलमिलाए बोर्ड ने उन पर फिर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया. इसके बाद तो शोएब क्रिकेट के मैदान से गायब ही हो गए.

फिर वापसी

शोएब के बिना पाकिस्तानी टीम की हालत भी बढ़िया नहीं रही. मैच फिक्सिंग के आरोपों ने टीम को बेदम सा कर दिया. आखिरकार जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान शोएब को पीसीबी ने एक मौका और दिया. विवादों और तंग फिटनेस के बावजूद अख्तर फिर चमके. वर्ल्ड कप में भी उनकी शानदार फॉर्म जारी है. लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच ने शोएब का मूड खराब कर दिया. नौ ओवर में 70 रन खाने के बाद वह मायूस हुए और उसी दिन तय कर लिया कि अब खेल को अलविदा कहना है. गुरुवार को उन्होंने औपचारिक रूप से इसका एलान भी कर दिया. उन्हें उम्मीद है कि पाकिस्तान वर्ल्ड कप फाइनल तक पहुंचेगा. वह कहते हैं, ''वर्ल्ड कप में पाकिस्तान का आखिरी मैच ही मेरा भी अंतिम मैच होगा. मुझे उम्मीद है कि वो मैच दो अप्रैल का फाइनल होगा.''

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एमजी

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