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मीडिया के चक्कर से बचें: धोनी

२९ मार्च २०११

भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टीम इंडिया के सभी सदस्यों से कहा है कि वे मीडिया के चक्कर में न पड़ें, जो पाकिस्तान के साथ होने वाले मैच को लेकर अति उत्साह दिखा रहा है. कप्तान ने कहा कि सभी खिलाड़ी फिट हैं.

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तस्वीर: AP

धोनी का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के मैच बड़े अहम हो जाते हैं और इसमें मीडिया की भूमिका भी बड़ी हो जाती है, "हमें पता है कि भारत पाकिस्तान मैचों को लेकर मीडिया कैसा हाइप बनाता है. हम इसमें नहीं फंसना चाहते हैं. हमें पता होना चाहिए कि हमें क्या करना है और हमें उस पर ही ध्यान देना चाहिए."

बड़े नेता भी मैच देखने आ रहे हैं. दोनों देशों के प्रधानमंत्री भी मोहाली स्टेडियम में होंगे. इस पर धोनी का कहना है, "यह सब क्रिकेट का हिस्सा है और हमें इसे स्वीकार करना चाहिए. हमारे सामने विशिष्ट अतिथि होंगे और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए."

यह पूछे जाने पर कि क्या मीडिया ने जिस तरह से चीजों को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया है, उससे मैच पर असर पड़ सकता है, भारतीय कप्तान ने कहा, "इससे असर नहीं पड़ेगा. हमें पता है कि यह बड़ा टूर्नामेंट है और हमने काफी तैयारी की है. हमारी तैयारी वैसी ही है, जैसा हमने हाल के कुछ सालों में किया है."

चिंता नहीं

वह अपनी बैटिंग फॉर्म को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हैं और उनका कहना है कि उन्हें अभी पूरी तरह बल्लेबाजी करने का मौका ही नहीं मिला और अवसर मिलेगा, तो वह अपना काम जरूर करेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या कप्तानी से बल्लेबाजी पर असर पड़ रहा है, उन्होंने कहा, "यह सिर्फ एक पहलू है, फॉर्म पर इसका कोई असर नहीं है. मैं अच्छी बैटिंग कर रहा हूं. कभी कभी आप धड़ल्ले से बैट नहीं चला सकते. बांग्लादेश के खिलाफ मैच में ऐसी स्थिति थी, लेकिन मुझे बल्लेबाजी नहीं करनी पड़ी."

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

सब फिट

उन्होंने कहा कि टीम के सभी खिलाड़ी फिट हैं और सेलेक्शन को लेकर कोई चिंता नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या यह उनकी कप्तानी में उनका सबसे बड़ा मैच है, धोनी ने कहा कि वह किसी तरह की तुलना नहीं करना चाहते हैं, "क्रिकेटर की जिंदगी में कई मौके आते हैं लेकिन कोई शक नहीं कि यह बड़ा मैच है. कुछ समय बाद आप भूल जाते हैं. मैं भूल गया हूं कि 2007 के सेमीफाइनल और फाइनल के पहले हम कैसा महसूस कर रहे थे."

बढ़िया प्रदर्शन की इच्छा

भारतीय कप्तान ने कहा कि 50 ओवर के इस खेल में आपको 100 ओवर तक अपनी लय बनाए रखनी होती है. उन्होंने माना कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मौजूदगी अलग है और क्रिकेट को राजनीति से अलग रखना चाहिए नहीं तो यह भटकेगा. उन्होंने कहा, "अगर मैं सोचूं कि हम कैसे क्रिकेट के जरिए राजनीतिक बदलाव ला सकते हैं, तो इससे हम भटक जाएंगे. मेरा काम है कि मैं अपनी टीम का नेतृत्व करूं और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूं."

कप्तान ने क्रिकेट प्रेमियों से संयम बरतने की अपील करते हुए कहा कि आखिर में तो एक टीम को हारना ही होगा और इस नतीजे का स्वीकार करने के लिए सबको तैयार रहना चाहिए.

रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल

संपादनः आभा एम

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