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60 साल में सबसे कम वाइन उत्पादन हुआ, 2023 में

२६ अप्रैल २०२४

पिछले साल दुनियाभर के वाइन उत्पादन में 10 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई. यह पिछले छह दशक में सबसे बड़ी गिरावट है.

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फ्रांस का वाइन क्षेत्र
फ्रांस में वाइन उत्पादन बढ़ा हैतस्वीर: Dasha Petrenko/Zoonar/picture alliance

2023 में वाइन का उत्पादन 10 फीसदी गिर गया. वाइन उत्पादकों की वैश्विक संस्था के मुताबिक चरम मौसम और जलवायु परिवर्तन के कारण 60 साल में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई.

लगभग 50 वाइन उत्पादक देशों के उद्योगपतियों के संगठन इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ वाइन एंड वाइन (OIV) ने गुरुवार को कहा, "चरम मौसमी परिस्थितियों, जैसे सूखा, आग और जलवायु से जुड़ी अन्य समस्याओं को ही इस भारी गिरावट के लिए जिम्मेदार माना जा सकता है."

वाइन उत्पादन में सबसे ज्यादा गिरावट ऑस्ट्रेलिया और इटली में हुई. ऑस्ट्रेलिया में 2023 में 26 फीसदी कम वाइन बनी जबकि इटली में 23 फीसदी. स्पेन को भी लगभग 20 फीसदी की गिरावट झेलनी पड़ी. चिली और दक्षिण अफ्रीका में दस फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज हुई.

ओआईवी का कहना है कि 1961 के बाद अंगूर का उत्पादन 2023 में सबसे कम हुआ है. बल्कि पिछले साल नवंबर में जो अनुमान जाहिर किया गया था, उत्पादन उससे भी कम हुआ. वाइन उत्पादकों की मुश्किलें कम उपभोग ने भी बढ़ाई हैं. ओआईवी के मुताबिक 2023 में लोगों ने तीन फीसदी कम वाइन खरीदी.

जलवायु परिवर्तन जिम्मेदार

संगठन के निदेशक जॉन बार्कर ने कहा कि "उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध के वाइन उत्पादक क्षेत्रों में सूखा, अत्यधिक गर्मी, जंगल की आग, भारी बारिश के कारण बाढ़ और फंगस के कारण होने वाली बीमारियों” ने वाइन उत्पादन को प्रभावित किया है.

हालांकि बार्कर ने माना कि वाइन के उत्पादन में इतनी भारी गिरावट के लिए सिर्फ जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता लेकिन उन्होंने इसे सबसे बड़ी चुनौती बताया.

बार्कर ने कहा, "हमें पता है कि अंगूर की बेल एक लंबे समय तक जीवित रहने वाला पौधा है जो संवेदनशील इलाकों में उगाया जाता है और जलवायु परिवर्तन का इस पर बहुत ज्यादा असर हो रहा है.”

जबकि पूरी दुनिया में वाइन के उत्पादन में गिरावट हुई है, फ्रांस एक ऐसा देश रहा जहां वाइन का उत्पादन बढ़ा. वहां 2023 में 2022 के मुकाबले चार फीसदी ज्यादा वाइन उत्पादन हुआ और वह सबसे ज्यादा वाइन उत्पादन करने वाला देश रहा.

उपभोग भी घटा

वाइन के उपभोग पर भी 2023 में बड़ा असर देखने को मिला. 1996 के बाद से यह सबसे निचले स्तर पर रहा. इसकी एक बड़ी वजह महंगाई को माना जा रहा है. खासतौर पर चीन में वाइन के उपभोग में भारी गिरावट देखी गई, जो वहां की धीमी अर्थव्यवस्था की वजह से था. पुर्तगाल, फ्रांस और इटली सबसे ज्यादा वाइन पीने वाले देश रहे.

अफ्रीका में भी पी जाती है ताड़ी

बार्कर कहते हैं कि उपभोग में आ रही कमी के लिए "जनसांख्यिकी और जीवनशैली में बदलाव” भी जिम्मेदार है. उन्होंने कहा, "वैश्विक स्तर पर मांग का माहौल जितना जटिल है, उससे यह कहना मुश्किल है कि गिरावट जारी रहेगी या नहीं. यह बात स्पष्ट तौर पर कही जा सकती है कि 2023 में महंगाई मांग को प्रभावित करने वाला प्रमुख कारण था.”

अंगूर उत्पादन के मामले में भारत पहली बार पहले दस देशों में शामिल हुआ है. उसके यहां अंगूर की खेती का कुल क्षेत्र तीन फीसदी बढ़ा.

वीके/एए (एएफपी)

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