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यादव जी याद आएंगे

७ जुलाई २०१०

नौकरी से रिटायर होने का समय व्यक्ति के जीवन में आता ही है. हिंदी विभाग में भी कई सहयोगी अब तक सेवानिवृत हो चुके है. अब डॉयचे वेले से दशकों से जुड़े राम यादव की बारी है. उनके रिटायरमेंट पर हमारे श्रोताओं ने अपनी राय भेजी.

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तस्वीर: DW

यादवजी की सेवानिवृत्ति की जानकारी मिली. काफी दुःख हुआ. इतना लम्बा साथ इतनी आसानी से टूट जायेगा सोचा भी नहीं जा सकता है पर प्रकृति को यही मंजूर है तो क्या किया जाये. डॉयचे वेले परिवार तथा हम श्रोताओं को उनकी कमी बहुत खलेगी. उनकी मधुर चिरपरिचित आवाज अब सुनने को जो नहीं मिलेगी. ईश्वर से कामना है कि राम यादवजी जहां कहीं भी रहे पु्र्ण रूप स्वस्थ रहे. आपका बहुत बहुत धन्यवाद हम श्रोताओं को इतने बरसों तक मनोरंजन करने के लिए.

अतुल कुमार, राजबाग रेडियो लिस्नर्स क्लब, सीतामढ़ी, बिहार

डी.डब्ल्यू की वेबसाइट पर हिंदी सेवा के वरिष्ठ उद्घोषक और पत्रकार श्री राम यादवजी की सेवानिवृति होने पर उनके साथ लिया गया इंटरव्यू पढ़ कर दुःख हुआ. आज के बाद यादवजी की आवाज़ सुनने को नहीं मिलेगी, ख़ासकर खोज कार्यक्रम सूना सूना लगेगा, जो हमारे लिए काफी कष्टदायक होगा. वास्तव में राम यादवजी डॉयचे वेले के पर्यायवाची बन चुके थे. बहरहाल यादवजी जहां भी रहे, खुश रहें, सफलता उनके कदम चूमे. मैं और मेरे क्लब के सभी सदस्य उनके खुशहाल जीवन और उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं. उनके द्वारा लिखित और प्रेषित किताब हमारे क्लब के लिए अमूल्य धरोहर है, धन्यवाद

चुन्नीलाल कैवर्त, ग्रीन पीस डीएक्स क्लब, बिलासपुर, छत्तीसगढ़

नमस्कार, मैं राम यादव, डॉयचेवेले के हिंदी कार्यक्रम में आपका स्वागत है....... ये शब्द सुनते ही मन आनंदित हो उठता था. मुझे याद है, जब मै कक्षा 7 का छात्र था, तब पहली बार मैंने डॉयचे वेले का स्वाद चखा और उस समय राम यादवजी ही प्रोग्राम दे रहे थे. मैं लगातार डॉयचे वेले सुनता रहा, राम यादव जी के लिए दिल में सम्मान बढता ही गया और अब दुःख महसूस कर रहा हूं कि यादवजी की आवाज ले लिए सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि जिसने भी उन्हें सुना सब को तकलीफ तो जरुर होगी. यादवजी अगर आप कभी भारत आये तो अपने इस मामूली से श्रोता को दर्शन जरुर दीजियेगा, ऐसी आशा और उम्मीद के साथ मैं अशोक कुमार साहू डॉयचे वेले परिवार को सच्चे मन से धन्यवाद देता हूं.

अशोक कुमार साहू, इमेल से

डीडब्ल्यू की साईट पर राम यादवजी से मुलाकात पढ़ने को मिली. उनके व्यक्तिगत अनुभव और विचार काफी प्रभावशाली लगे. डीडब्ल्यू का हर एक श्रोता राम यादवजी को हमेशा याद रखेगा. भविष्य में वे भारत या जर्मनी में ही रहेंगे इस बारे में हम जानना चाहेंगे. रिटायरमेंट के बाद के उनके जीवन प्रवास के लिए हमारी हार्दिक शुभकामनायें.

संदीप, सविता, आरती और आदर्श जवाले, मार्कोनी डी एक्स क्लब, परली वैजनाथ, महाराष्ट्र

नमस्ते डॉयचे वेले हिंदी, आज के इंटरनेट संस्करण में राम यादव जी की सेवानिवृति के बारे में पढ़ा. राम यादव एक लम्बे कार्यकाल के बाद अवकाश पा रहे हैं. आज की पत्रकारिता पर उनके विचार जाने सचमुच यह एक कड़वी सच्चाई है कि आज का पत्रकार सेवाभावी नहीं है. समाज-सुधार के अपने लक्ष्य से वह कोसों दूर है. यादवजी आपने अपने अनुभवों को हमारे साथ बांटा आपका दिल से धन्यवाद. हम आपके सुखद और उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं.

माधव शर्मा नागौर, राजस्थान

पत्रकार जगत की एक बड़ी हस्ती, निष्ठावान पत्रकार, डॉयचे वेले हिंदी अनुष्ठान का पर्याय बन गए. श्री राम यादव का रिटायरमेंट बहुत खलेगा. उन्होंने जिन विषयों पर भी कार्यक्रम प्रस्तुत किये उन्हें जीवंत बना दिया और श्रोता उनकी बात बहुत गौर से सुनते थे. हिन्दुस्तानी पत्रकार जगत पर उनकी खेदपूर्ण टिप्पणी दिल को छू गई. उन्होंने एक अत्यंत कटु सत्य को बिना हिचक प्रस्तुत किया यह उनकी ईमानदारी का परिचायक है. भविष्य में उनके सुखद् जीवन की मैं ह्रदय से कामना करता हूं.

प्रमोद महेश्वरी , फतेहपुर -शेखावाटी

यादव जी नमस्कार, सबसे पहले मैं आपका धन्यवाद करता हूं. जैसे ही मैं आपको यह पत्र लिख रहा हूं मुझे वर्ष 2004 मन में आ रहा है . यह 5 साल से भी ज्यादा का समय कब और कैसे गुज़र गया पता ही नहीं चला. शायद डॉयचे वेले को दूसरा राम यादव ना मिले, लेकिन हमारे साथ तो आप हैं ही. आने वाले जीवन के लिए आपको हमारी शुभकामनायें
नोरिस प्रीतम, नई दिल्ली

आज नेट पर राम यादव जी डॉयचे वेले से रिटायर हुए ये पढ़कर मैं अतीत में खो गया. चेहरे से कभी नहीं लगता था कि यह व्यक्ति की उम्र इतनी बड़ी (60) है. 40 साल रेडियो से और 30 साल डॉयचे वेले से जुड़े हुए उनकी कई यादें दिल में संजोये हुए हूं. आर.बी.आई. के जमाने से राम यादव जी की आवाज़ एक अलग ही अंदाज़ का परिचय देती थी. डाक्टर गोएबल ग्रोस के साथ और जर्मनी के एकीकरण के दिनों में उनकी आवाज का जादू अभी भी कानों में गूंज रहा है. सच श्री राम यादवजी की कमी हम सब को खलेगी. हम उनको कभी भी नहीं भूल पायेंगे.उनके अच्छे स्वास्थ्य और प्रगति की कामनाएं करते हैं.

नानाजी जानजानी , भुज, गुजरात

आपकी बारी आपकी बात के अंतर्गत राम यादव जी के बारे में यह जान कर मन बोझिल हो गया कि राम यादव जी डॉयचे वेले से सेवानिवृत हो गए हैं. राम यादवजी से बातचीत काफी अच्छी लगी. फिर भी मेरे मन में एक सवाल बार बार आ रहा है कि - "क्या यादवजी से डी डब्ल्यू के श्रोता फिर कभी मिलेंगे या नहीं? " इसके बारे में यादवजी ने कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा. हालांकि मैंने डी डब्ल्यू की साईट पर आपकी यादवजी से पूरी बातचीत पढ़ी भी और आज मैं उनकी अधूरी बातचीत भी मिस नहीं करूंगा.

मनोज कुमार आजाद, रेनबो इंटरनेट क्लब, भागलपुर, बिहार

राम यादवजी से भेंट यादगार रही. मुझे डॉयचे वेले सुनते लगभग 25 साल हो गए है. राम यादवजी की आवाज़ का शुरू से दीवाना रहा हूं. उनकी वाक्यशैली सदा याद रहेगी. राम यादवजी सेवानिवृत हो रहे है जान कर दिल को मायूसी हुई. अब हमें उनकी मधुर आवाज़ में कार्यक्रम सुनने को नहीं मिलेंगे. यह हमारे लिए दुःख का विषय है. उनकी आवाज़ में वह जादू है जो हमें कार्यक्रम सुनने को प्रेरित करता है. वे निश्चय ही एक मंझे हुए लेखक है. यह उनके द्वारा होम्योपैथी पर रची गई पुस्तक से साबित होता है. उनके आगामी जीवन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं. डॉयचे वेले श्रोता परिवार को सदा उनकी कमी खलेगी.

उमेश कुमार शर्मा, स्टार लिस्नर्स क्लब, नारनौल, हरियाणा

रिपोर्टः विनोद चढ्डा

संपादनः आभा मोंढे