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इंटरनेट एक्सप्लोरर इस्तेमाल न करें: जर्मनी

१७ जनवरी २०१०

जर्मन सूचना सुरक्षा विभाग ने जर्मनी में रहने वालों को इंटरनेट एक्सप्लोरर का इस्तेमाल न करने की सलाह दी है. अधिकारियों के मुताबिक इसमें सुरक्षा संबंधी कमियां हैं जिससे गोपनीय जानकारी लीक हो सकती है.

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तस्वीर: DW/Montage

जर्मन सरकार चीन में गूगल की वेबसाइटों की हैकिंग की ओर संकेत कर रही है. माना जा रहा है कि माइक्रोसॉफ़्ट कंपनी के इंटरनेट एक्सप्लोरर में कमियों की वजह से चीन में कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के गूगल ईमेल को हैक़ किया गया.

जर्मन सरकार के मुताबिक इंटरनेट एक्सप्लोरर में कुछ ऐसी कमियां हैं जिनकी वजह से यूज़र्स की गोपनीय जानकारी हैक की जा सकती है. जर्मनी ने लोगों को सलाह दी है कि जब तक एक्सप्लोरर से यह परेशानी दूर नहीं होती तब तक यूज़र्स को इंटरनेट के लिए दूसरे ब्राउज़र का इस्तेमाल करना चाहिए.

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चीन में जीमेल पर लगी सेंधतस्वीर: AP

माना जा रहा है कि यह कमी सबसे ज़्यादा इंटरनेट एक्सप्लोरर-6 में है जो कंप्यूटर पर ख़तरनाक प्रोग्रामों को चलने से रोक नहीं पाता. चीन में भी इसी कमज़ोरी का फ़ायदा उठाया गया और कंप्यूटर पर ट्रोयन हॉर्स नाम का एक प्रोग्राम डाला गया. इसके बाद हैकरों के लिए लोगों के निजी इमेल पढ़ना आसान हो गया.

माइक्रोसॉफ्ट ने इस बात को माना है कि उसके प्रोग्राम में कुछ परेशानियां हैं लेकिन कंपनी ने जर्मन सरकारी की चेतावनी को खारिज किया है. कंपनी का कहना है कि चीन में एक्सप्लोरर पर हमला कर रहे लोगों का एक ख़ास मक़सद था और जर्मनी में ऐसा नहीं है. कंपनी ने यह भी कहा है कि इंटरनेट एक्सप्लोरर की सुरक्षा को यदि 'हाई' पर लगा दिया जाए तो हर तरह के हमले से बचा जा सकता है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एम गोपालकृष्णन

संपादनः ओ सिंह