जीत का श्रेय गेंदबाज़ों को: सहवाग
२१ दिसम्बर २००९महेंद्र सिंह धोनी के दो मैचों के बैन की वजह से कप्तानी कर रहे सहवाग ने कहा कि, ''एक बार मुझे लगने लगा था कि श्रीलंका 350-400 रन बनाएगी. लेकिन आशीष नेहरा ने पावरप्ले में अच्छी गेंदबाज़ी की. आगे रवींद्र जडेजा और हरभजन सिंह ने श्रीलंका से मैच छीन लिया.'' वनडे सीरीज़ में यह पहला मौक़ा है जब टीम इंडिया के गेंदबाज़ों ने श्रीलंका को बांधा हो.
हालांकि कटक में भी मेज़बान टीम की शुरुआत धुआंधार ही रही. वीरू भी मानते हैं कि मैच के पहले दौर में विपक्षी टीम भारी पड़ी. वो कहते हैं, ''एक वक्त श्रीलंका का स्कोर एक विकेट पर 165 रन था और उसी वक्त हमारे गेंदबाज़ों ने बेहतरीन काम किया. वहीं से खेल में हमारी वापसी हुई.''
टीम इंडिया को श्रीलंका पर 2-1 की बढ़त दिलाने में 21 साल के स्पिनर रवींद्र जडेजा की बड़ी भूमिका रही. उन्होंने हर अहम मौक़े पर विकेट चटकाया और पहले के मैचों में 400 फिर 300 का स्कोर पार कर चुकी संगकारा की टीम को 239 पर ढेर कर दिया. दस ओवर में 32 रन देकर चार विकेट चटकाने वाले रवींद्र जडेजा को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया.
उनकी तारीफ़ करते हुए कप्तान वीरू ने कहा, ''जडेजा के गेंदबाज़ी करते ही खेल काफी बदल गया. उन्होंने काफ़ी अच्छी और कसी हुई गेंदबाज़ी की.'' जडेजा के अलावा नेहरा और ईशांत शर्मा ने भी दो-दो विकेट झटके. भज्जी के साथ लगे हाथ संगकारा का अहम विकेट वीरू भी ले उड़े.
वैसे जिस पिच पर सोमवार को भारतीय स्पिनरों का जादू चला वहां श्रीलंकाई फिरकी गेंदबाज़ नहीं चल सके. नागपुर वनडे में सचिन का विकेट लेने वाले अजंता मेंडिंस की कटक में सबसे ज़्यादा धुनाई हुई. उन्होंने नौ ओवर में 67 रन दिए. तेंदुलकर ने भी उनकी जमकर क्लास ली.
उधर श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा हार के लिए बल्लेबाज़ों को ज़िम्मेदार ठहरा रहे है. उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि ये बेहद ख़राब बल्लेबाज़ी का नमूना है. 165 पर हमारा एक विकेट गिरा था और उसके बाद पूरी टीम ही लुढ़क गई.'' संगकारा के मुताबिक टीम को एंगेलो मैथ्यूज़ की कमी भी खली.
भारत और श्रीलंका के बीच चौथा वनडे 24 दिसंबर को कोलकाता में खेला जाएगा. यह मुक़ाबला भी डे नाइट होगा, ज़ाहिर हैं ऐसे में ईडेन गार्डन में टॉस की हार जीत भी अहम होगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ ओ सिंह
संपादन: महेश झा