हमें भी रखो साथ: ओबामा की अपील
१४ नवम्बर २००९एशियाई दौरे के तहत एशिया प्रशांत देशों के आर्थिक सम्मेलन यानी एपेक में भाग लेने सिंगापुर रवाना होने से पहले जापान की राजधानी टोक्यो में ओबामा ने कहा कि अमेरिका, उत्तर कोरिया की एटमी भभकियों के आगे नहीं झुकेगा और एशिया की सुरक्षा को लेकर उनकी प्रतिबद्धता अडिग है.
ओबामा ने ख़ुद को अमेरिका का पहला प्रशांतीय राष्ट्रपति करार दिया. टोक्यो में उन्होंने कहा कि अमेरिका चीन की बढ़ती ताक़त पर अंकुश लगाने की नहीं सोचता बल्कि समान हितों के मुद्दों पर व्यवहारिक सहयोग की अपेक्षा रखता है. ओबामा ने ये भी साफ़ किया कि वो चीन के साथ बातचीत में मानवाधिकार के मुद्दे उठाने से नहीं हिचकेंगे लेकिन क्या इसमें तिब्बत का भी मुद्दा होगा, ये ओबामा ने स्पष्ट नहीं किया. चीन की ताकत को स्वीकार करते हुए ओबामा ने कहा कि 21वीं सदी में कोई अकेले तरक्की नहीं कर सकता लिहाज़ा अमेरिका और चीन को साथ आना होगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने कहा कि वो उत्तर कोरिया की महत्वाकांक्षाओं पर अंकुश लगाने के लिए चीन से और सहयोग की मांग करेंगें. उन्होंने उत्तर कोरिया को फिर आगाह किया कि उसने अपना एटमी हथियार कार्यक्रम नहीं छोड़ा तो अमेरिका और उसके एशियाई सहयोगी मिलकर कड़ा एक्शन उसके ख़िलाफ़ लेंगें. ओबामा ने कहा कि उत्तर कोरिया को छह पक्षीय वार्ती की मेज पर आना ही होगा.
ओबामा ने कहा कि एटमी हथियारों की होड़ को ख़त्म करने से लेकर आर्थिक रिकवरी और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर एशियाई देशों का सहयोग अनिवार्य है. और अमेरिका भी अपनी प्रशांतीय भूमिका को ध्यान में रखते हुए हर उपाय और हर फ़ैसले में साथ रहना चाहेगा.
शनिवार को ओबामा एशिया प्रशांत आर्थिक सम्मेलन यानी एपेक की बैठक में भाग लेने सिंगापुर पहुंचे. एपेक बैठक के लिए पहले से ही सिंगापुर में मौजूद ओबामा के व्यापार प्रतिनिधि रॉन किर्क ने कहा कि खुली भूमडंलीय व्यापार प्रणाली के लिए अमेरिका कारोबार और निवेश के अवरोधों को दूर किए जाने की मांग करता रहा है.
जापान दौरे में ओबामा ने ओकिनावा में अमेरिकी सैन्य ठिकाने से जुड़ा विवाद भी जल्द सुलझा लेने की उम्मीद भी जताई. ओबामा मंगलवार को चीन में होंगे और राष्ट्रपति हू चिंथाओ से मिलेंगें. बुधवार को दक्षिण कोरिया की यात्रा के साथ ओबामा का एशियाई दौरा पूरा होगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस जोशी
संपादन: ए कुमार