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बाबरी मस्जिद मुद्दे पर उमा फांसी को तैयार

३० जून २००९

लिबरहान आयोग की रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद भारतीय जनशक्ति पार्टी की अध्यक्ष उमा भारती ने कहा है कि वह बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की ज़िम्मेदारी लेने को तैयार हैं और इस मुद्दे पर उन्हें फांसी भी दे दी जाए तो कोई परेशानी नहीं.

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फांसी चढ़ने के तैयारतस्वीर: Fotoagentur UNI

लिबरहान आयोग की रिपोर्ट सौंपे जाने पर प्रतिक्रिया करते हुए उमा भारती ने भोपाल में कहा कि 17 साल की जांच के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जो रिपोर्ट सौंपी गई है वह मुस्लिम समुदाय को ख़ुश करने की एक कोशिश हैं. उन्होंने कहा, "एक अच्छे सेनापति की तरह मैं बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की ज़िम्मेदारी लेती हूं. अगर इस मुद्दे पर मुझे फांसी भी दी गई तो मुझे कोई दिक्कत नहीं." बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के वक्त उमा भारती अयोध्या में ही मौजूद थीं और उन पर आरोप लगते हैं कि उन्होंने भीड़ को भड़काया था.

छह दिसंबर, 1992 के दिन अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने की घटना के लिए जिन लोगों को ज़िम्मेदार समझा जाता है उनमें उमा भारती का नाम भी शामिल है. लिबरहान आयोग की रिपोर्ट के बहाने उमा भारती ने केंद्र सरकार पर हिंदू और मुसलमानों में खाई पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "हमें जानबूझ कर दोषी ठहराने की कोशिश हो रही है. राजनीतिक फायदे के लिए हिंदू और मुसलमानों को बांटा जा रहा है."

उमा भारती ने सिख विरोधी दंगों का ज़िक्र करते हुए कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, "कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार 20,000 सिखों के नरसंहार के लिए ज़िम्मेदार एक भी व्यक्ति को नहीं खोज पाई, जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस के कहने पर हुआ था."

उमा भारती ने बीजेपी नेताओं से अपील की कि वे बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के लिए माफ़ी न मांगे क्योंकि उन्होंने ही अयोध्या में कार सेवा करने के लिए बहुत से लोगों को बुलाया था. उमा भारती कुछ साल पहले बीजेपी से अलग हो गई थीं लेकिन हाल के दिनों में उनकी पार्टी के साथ फिर से नज़दीकी बढ़ी है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ए जमाल