फजलुर रहमान पर दो दिन में दूसरा हमला
३१ मार्च २०११यह धमाका अफगानिस्तान से लगने वाले खैबर पख्तून ख्वाह प्रांत के इलाके चारसद्दा में उस वक्त हुआ जब मौलाना फजलुर रहमान गाड़ियों के एक काफिले के साथ एक व्यस्त रास्ते से गुजर रहे थे. जिला पुलिस प्रमुख निसार मरवत ने कहा कि रहमान को धमाके में कोई चोट नहीं आई है लेकिन उनके अंगरक्षक घायल हो गए. मरवत ने कहा, "अब तक नौ लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है जबकि 16 अन्य घायल हुए हैं."
दूसरा हमला
रहमान पर यह दूसरा जानलेवा हमला है. बुधवार को एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उस वक्त उड़ा दिया जब रहमान स्वाबी में होने वाली एक राजनीतिक रैली में पहुंचने वाले थे. इस धमाके में 10 लोग मारे गए और 19 घायल हो गए. धमाके के बाद रैली को रद्द कर दिया गया.
स्थानीय टीवी पर पुलिस के ट्रक और कई दुकानें दिखाई गई हैं जिन्हें गुरुवार को हुए धमाके में नुकसान हुआ है. धमाके में रहमान की गाड़ी को कुछ नुकसान होने की खबर है.
रहमान अफगान तालिबान के खुले समर्थक रहे हैं, लेकिन अब पाकिस्तान में मौजूद कुछ उग्रवादियों ने साबित कर दिया है कि वे हर उस व्यक्ति को निशाना बनाएंगे जो सरकार से जुड़ा हुआ है. खैबर पख्तून ख्वाह प्रांत में अकसर उग्रवादी हमले होते रहे हैं. 2007 में इस्लामाबाद की लाल मस्जिद पर सरकारी कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान में आत्मघाती हमलों में चार हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं. अमेरिका इस इलाके को दुनिया का सबसे खतरनाक इलाका मानता है जो अल कायदा और तालिबान की सुरक्षित पनाहगाह समझा जाता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः वी कुमार